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Sali bn gye aadhi Gharwali – Hindi Sex Story

हैल्लो दोस्तों, एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता हूँ. जिसका काम हमारे शहर से बाहर जाकर हर एक ग्राहक से मिलकर उसको हमारी कंपनी के सामान की जानकारी देना था और इसलिए मुझे महीने में ज्यादातर समय अपने घर से बाहर ही रहना पड़ता है. में बहुत कमी से बड़े कम दिनों के लिए अपने घर पर आता था, लेकिन में अपनी पत्नी के साथ जमकर चुदाई करता था, जिससे हम दोनों ही बड़े खुश थे और वैसे मेरी शादी को चार साल पूरे हो चुके थे.

एक दिन जब में कुछ दिनों के बाद अपनी नौकरी से अपने घर पर पहुंचा तब मैंने देखा कि मेरी साली और साला दोनों ही घूमने के लिए एक सप्ताह हमारे साथ रहने के लिए आ गए, जिसको देखकर मेरी पत्नी बहुत खुश हुई और उसने यह बात आकर मुझे भी बताई कि आज में अपने भाई बहन को अचानक यहाँ पर देखकर बहुत खुश है और मेरी बीवी मेरे साले को बहुत प्यार करती है.

उन दोनों भाई बहन की एक दूसरे से बहुत अच्छी बनती भी है इसलिए मेरी बीवी का वो पूरा दिन अपने भाई बहन के साथ बहुत अच्छा गुजरा. दोस्तों हम सभी ने एक साथ बैठकर हंसी मजाक और इधर उधर की बातें करते हुए खाने के मज़े लिए. में भी उनका साथ पाकर बड़ा खुश था और अब कुछ घंटे गुजर जाने के बाद अब हमारी सोने की बारी थी, लेकिन तब मेरे घर में बस एक ही बेड था, इसलिए मेरी बीवी मुझसे कहने लगी कि में और भाई बेड पर सो जाते है, तुम और पूजा मेरी (साली) नीचे जमीन पर सो जाओ.

फिर मैंने कहा कि हाँ जैसा आप ठीक समझे मुझे इसमे कोई आपत्ति नहीं है, इसलिए में और मेरी साली मेरी पत्नी के बिस्तर करने के बाद नीचे जमीन पर सो गए. फिर कुछ देर सोने के बाद अचानक मेरी नींद खुल गई तो मैंने देखा कि पूरे घर में बहुत अंधेरा था और मेरे पास उस समय मेरी साली सो रही थी. हल्की सी रोशनी में मुझे दिखाई दिया कि उसके गोरे गोरे बूब्स उस बड़े गले के सूट से बाहर नजर आ रहे थे.

तभी उनको देखकर मेरे दिमाग़ का शैतान जाग उठा और मेरे मन में एक विचर आ गया. में आप लोगों को किसी भी शब्दों में नहीं बता सकता कि में अपने से चिपककर सो रही थी और उस अपनी सेक्सी साली को देखकर किस तरह से पागल हो चुका था? में उसके बारे में क्या क्या सोच रहा था? फिर में अपनी साली की तरफ घूम गया और मैंने अपने एक हाथ को धीरे उसकी छाती पर ऐसे रख दिया जैसे कि में उस समय बहुत गहरी नींद में हूँ और वो काम मैंने अपनी नींद में किया है, लेकिन कुछ भी कहो वो उसके बूब्स को इस तरह से छूना मेरे जीवन का एक सबसे सुखद पल था. मुझे उसके गोलमटोल मुलायम बूब्स को अपने हाथों के नीचे दबाकर रखना बड़ा ही अच्छा लग रहा था.

दोस्तों वैसे सभी लोगों को पता था कि में जब एक बार सो गया तो कोई मुझे उठाकर कहीं और भी रखकर आ जाए तो भी मेरी नींद नहीं खुलेगी. दोस्तों उस समय मेरी साली की उम्र करीब 21 या 22 साल होगी और मेरे हाथ उसके बूब्स पर रखने के कुछ देर बाद उसकी भी नींद अब थोड़ी सी खुल गयी और उसने मेरे हाथ को अपनी छाती पर महसूस किया, लेकिन मेरे हाथ को वहां से नहीं हटाया और अब में झट से उसके मन की बात को समझ गया कि शायद अब उसको भी मेरे हाथ को अपने बूब्स पर रखने में बहुत मज़ा आ रहा है और में अपनी दोनों आंखे बंद करके सोने का नाटक लगातार करता रहा. फिर कुछ देर बाद वो मेरे हाथ को अपने हाथ से पकड़कर अब वो अपने दोनों बूब्स को धीरे धीरे दबाने लगी और अपने बूब्स को सहलाने लगी.

तभी मैंने महसूस किया कि उसकी निप्पल अब तनकर खड़ी हो चुकी थी, जिसका मतलब साफ था कि उसके सेक्सी बदन में भी अब वो आग लग रही थी जो मेरे अंदर में भी महसूस कर रहा था.

थोड़ी देर बाद उसने मेरी पेंट के ऊपर से ही मेरे लंड के ऊपर हाथ रखकर धीरे धीरे से लंड को मसलना शुरू किया, वो अब मेरे लंड की लम्बाई उसकी मोटाई को अपने हाथ से छूकर महसूस कर रही थी और उसके यह सब करने की वजह से मुझे भी बड़ा मज़ा आने लगा था, लेकिन में अब भी ऐसे ही पड़ा रहा जैसे कि में बड़ी गहरी नींद में सो रहा हूँ और उसके काम के बारे में मुझे बिल्कुल भी पता नहीं है कि वो मेरे साथ क्या कर रही है? तभी कुछ देर बाद उसकी हिम्मत अब ज्यादा बड़ गई और उसने धीरे धीरे से मेरी पेंट को घुटनो तक नीचे उतार दिया और फिर वो मेरे लंड को बड़े मज़े लेकर मसलने लगी.

जब मेरा लंड पूरा तनकर खड़ा हो गया तो उसने लंड को अपने एक हाथ से कसकर पकड़ लिया और अब उसने मेरे एक हाथ को अपने हाथ में लेकर उसकी पेंटी के अंदर डाल लिया और वो अपनी चूत के मेरे हाथ से बहुत देर तक सहलाती रही और में उसकी गरम कुंवारी चूत के मज़े लेता रहा और फिर मैंने महसूस किया कि थोड़ी ही देर में उसकी पेंटी भी अब चूत वाले हिस्से से गीली होने लगी, क्योंकि उसकी चूत से पानी बाहर रिसने लगा और वो पूरे जोश में थी. फिर तभी वो ना जाने क्या बात सोचकर ज्यादा जोश में आकर मेरे ऊपर चड़ गई और वो अब मुझे पागलों की तरह किस करने लगी और वो मेरे लंड को अपनी गीली चूत के अंदर डालने की लगातार कोशिश करती रही, लेकिन बहुत बार कोशिश करने के बावजूद भी वो मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर नहीं डाल पाई, लेकिन तब मैंने महसूस किया कि उसकी चूत अभी तक वर्जिन है और कुछ देर बाद वो झड़ गई और उसकी चूत ने अपना पानी बाहर निकाल दिया जिसके बाद वो थककर सो गई और में भी मज़े लेकर उसके बूब्स पर हाथ रखकर सो गया.

अगले दिन सुबह उठकर में उसके साथ बीती रात की कुछ अधूरी बातें करने लगा, लेकिन वो मेरी सभी बातें समझकर भी मुझसे ठीक से बात नहीं कर पा रही थी और मैंने उसको कुछ भी नहीं समझने दिया कि में उस समय नींद में होने का नाटक कर रहा था और फिर मैंने उसी समय फ़ैसला किया कि आज रात ही को मुझे उसके साथ सब कुछ करना है.

फिर रात को फिर से हमारा सोने का प्रोग्राम ठीक पहले दिन की तरह ही हुआ और में अपनी साली के साथ नीचे लेटा हुआ था और मेरी पत्नी उसके भाई के साथ ऊपर पलंग पर थी, लेकिन बहुत देर तक लेटे रहने के बाद भी मुझे नींद नहीं आ रही थी. में तो बस अपनी दोनों आखें बंद करके लेटा हुआ अपनी साली की चुदाई के सपने देख रहा था और मन ही मन सोच रहा था कि कब यह सभी लोग सो जाए और में अपना काम शुरू करूं? में करीब एक घंटे तक ऐसे ही लेटा रहा और इस दौरान मैंने यह भी महसूस किया कि अब तक मेरी हॉट सेक्सी साली जी भी जागी हुई है.

फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके एक तरफ घूमने के बहाने से उसकी छाती पर आज एक बार फिर से अपना हाथ रख दिया, जिसको छूकर कुछ देर बाद उसकी साँसे अब गरम होने लगी थी, उसकी धड़कने धीरे धीरे अब पहले से ज्यादा तेज़ होने लगी थी, लेकिन फिर भी वो चुपचाप लेटी रही, लेकिन मुझे अब और इंतज़ार बर्दाश्त नहीं हुआ तो इसलिए पहला कदम मैंने ही उठाया और हिम्मत करते हुए धीरे धीरे उसके ज्यादा करीब चला गया और फिर मैंने ज़ोर से कसकर उसको अपनी बाहों में भर लिया.

अब वो ऐसे नाटक कर रही थी कि जैसे कि वो बहुत गहरी नींद में है तब मैंने मन में सोचा कि चलो कोई बात नहीं है मुझे तो सिर्फ़ अपने काम से मतलब है चाहे वो सोने का नाटक करे या में, बात तो एक ही है. फिर मैंने अपने होंठो को उसकी नरम मुलायम होंठो पर रख दिया और में धीरे धीरे उसके होंठो को चूसने लगा, लेकिन उसने मेरा बिल्कुल भी विरोध नहीं किया और वो मेरे साथ मज़े लेने लगी.

मैंने अब उसका एक हाथ अपने हाथ में लिया और उसको अपनी पेंट के अंदर डाल दिया और थोड़ी देर बाद मैंने धीरे धीरे से उसके होंठो से नीचे आना शुरू कर दिया और में उसके बूब्स के पास आकर रुक गया.

में उसकी निप्पल को धीरे धीरे अपनी जीभ से चाटने लगा और एक हाथ से उसके दूसरे बूब्स को धीरे धीरे से दबाने लगा और उनको सहलाने लगा. दोस्तों मैंने महसूस किया कि वो तब तक बहुत गरम हो चुकी थी और उसने अब खुद ही मेरे लंड को अपने हाथ से सहलाना शुरू कर दिया.

फिर में भी धीरे धीरे उसके बूब्स को चूसना छोड़कर अब नीचे उतरने लगा और फिर में उसके गोरे मुलायम पेट पर आकर रुक गया और मैंने उसके पेट पर बहुत बार किस किया और उसकी नाभि के ऊपर भी बहुत किस किया और अब में अपने एक हाथ से उसकी प्यासी कुंवारी चूत को सहलाता रहा और कुछ देर बाद मैंने अपनी एक उंगली को धीरे धीरे से उसकी चूत के अंदर डालना शुरू कर दिया.

में लगातार अपनी ऊँगली को चूत से अंदर बाहर करता रहा और मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा आ रहा था और जिसकी वजह से अब वो भी अपने कंट्रोल से एकदम बाहर हो चुकी थी और वो सिसकियाँ लेने लगी थी.

फिर मैंने उसकी हालत को देखकर सोचा कि अब लोहा बहुत गरम है और यह मौका बिल्कुल सही है, मार दो हथोड़ा और मैंने तुरंत उसकी पेंटी को उतार दिया. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ मेक्सी में थी और मैंने उसको नहीं खोला.

मैंने उसकी मेक्सी को गले तक ऊपर उठा दिया और मैंने अपनी पेंट को अपने घुटनों तक नीचे उतार दिया जिसके बाद में उसके ऊपर चड़ गया और में धीरे धीरे अपने लंड के टोपे को उसकी चूत के दाने पर मसलता रहा और तभी मुझे महसूस हुआ कि अब उसकी चूत से जूस निकलना शुरू हो गया था, तब मैंने धीरे धीरे उसकी गीली चूत के अंदर अपने लंड को डालना शुरू कर दिया.

दोस्तों उसको दर्द तो बहुत हो रहा था, लेकिन उसने अपने मुहं से एक भी आवाज़ को बाहर नहीं निकलने दिया और धीरे धीरे लंड का चूत पर दबाव बढ़ाने की वजह से मेरा पूरा लंड अब फिसलता हुआ उसकी चूत के अंदर चला गया.

में बिना हिले चुपचाप उसके ऊपर लेटकर निप्पल को दबाने सहलाने लगा और कुछ देर बाद उसको भी मज़ा आने लगा और अब वो ज़ोर से अपने कूल्हों को ऊपर उठाने लगी. में तुरंत समझ गया कि वो मुझे इशारे से चुदाई करने के लिए कह रही है. फिर मैंने अपनी तरफ से हल्के और उसके बाद ज़ोर से धक्के देने शुरू कर दिए और में उसको चोदने लगा.

करीब दस मिनट तक अपने लंड को उसकी चूत के अंदर बाहर करने के बाद जब मुझे ऐसा लगा कि अब मेरा वीर्य बाहर निकलने वाला है तो मैंने झट से अपने लंड को उसकी चूत से खींचकर बाहर निकालकर उसकी पेंटी में मैंने अपना सारा वीर्य निकाल दिया, जिसकी वजह से अब में भी शांत हो गया और वो भी शांत हो गयी. उसके बाद मुझे बहुत ज़ोर से नींद आ गई और में सो गया, लेकिन उसके बाद उसने मेरे साथ क्या किया वो मुझे नहीं पता.

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