वर्जिनिटी पिल्स या कैप्सूल क्या होते हैं?
वर्जिनिटी पिल्स या कैप्सूल का उपयोग लड़कियां पहली रात में वर्जिनिटी दिखाने के लिए और यौन संबंध के दौरान नकली खून निकालने के लिए कर सकती हैं। महिलाओं की वर्जिनिटी समाज के लिए हमेशा से ही एक टैबू रही है। शादी के बाद पहली रात यानी सुहागरात को महिलाओं की वर्जिनिटी टेस्ट की जाती है। पति जब अपनी पत्नी के साथ इंटरकोर्स करता है तो वह चादर पर खून लगा देखना चाहता है। यदि महिला की योनि से खून नहीं निकला तो उसे चरित्रहीन समझा जाता है और ससुराल में अपनी कामुकता का प्रमाण देना पड़ता है।
आजकल कुछ लड़कियां शादी से पहले अपने पार्टनर के साथ सेक्स करती हैं जिसके कारण उनका हाइमन ब्रेक हो जाता है। इसके अलावा स्पोर्ट्स खेलने, साइकिल चलाने, स्विमिंग करने या कोई भारी चीज उठाने सहित अन्य एक्टिविटी करने पर हाइमन ब्रेक होना आम बात है।
लेकिन इस बात पर कोई यकीन नहीं करता और अंततः पहली रात को लड़की को वर्जिनिटी का सबूत देना ही पड़ता है। इससे काफी महिलाएं चिंतित रहती हैं। दुनिया की कई दवा कंपनियों ने वर्जिनिटी कैप्सूल या आर्टिफिशियल हाइमन कैप्सूल बनाया है जिसे कई ऑनलाइन वेबसाइट्स तेजी से बेंच रही हैं। शादी की पहली रात को नकली कौमार्य के लिए एक प्रोडक्ट अब ऑनलाइन उपलब्ध है।
वर्जिनिटी पिल्स अपनी फेक वर्जिनिटी को साबित करने के लिए बनाया गया है। इस पिल्स को वेजाइना (योनि) के अंदर डालने पर यह शरीर की गर्मी और योनि की नमी के प्रभाव के कारण घुल जाती है और एक नकली ब्लड बनाती है। वैसे तो यह नकली ब्लड होता है लेकिन महिलाओं के असली ब्लड की तरह काम करता है।इसे फेक वर्जिन ब्लड कहा जाता है।
इस वर्जिनिटी पिल्स या कैप्सूल के बारे में यह भी दावा किया जा रहा है कि यह उच्च गुणवत्ता वाला ब्लड पाउडर है जो फर्स्ट नाइट में नकली खून की तरह इस्तेमाल करने के लिए है।
इसके आलावा, जब आर्टिफिशियल हाइमन बनाया जाता है तो उस दौरान उसकी परत में छेद करके एक लाल लिक्विड भरा जाता है। पहली बार या सुहागरात की फर्स्ट नाइट सेक्स करने के दौरान यह नकली हाइमन टूट जाता है और उसके अंदर से खून निकलता है। लेकिन वास्तव में वह खून नहीं होता है। सेक्स करते समय जब फेक हाइमन टूटता है तो वही लाल लिक्विड बाहर निकलता है जो खून की तरह दिखता है। चीनी महिलाएं वर्जिनिटी पिल्स का इस्तेमाल बहुत लंबे समय से कर रही हैं लेकिन अभी भी इसके बारे में बहुत सी महिलाएं नहीं जानती हैं।
आर्टिफिशियल हाइमन क्या है?
आर्टिफिशियल हाइमन एक सेल्यूलोज कंपाउंड होता है जिसमें एक आर्टिफिशियल ब्लड पाउडर भरा होता है और यह इंसानों के खून जैसा होता है। आमतौर पर असली और नकली खून में फर्क कर पाना मुश्किल होता है। आर्टिफिशियल हाइमन को वर्ष 2010 में जर्मनी में माइक्रोबायोलॉजी के लिए एक प्रयोगशाला में विकसित किया गया था। इसे दुनियाभर की महिलाएं इस्तेमाल करती हैं।
हाइमन कैसा होता है?
हाइमन एक झिल्ली है जो बाहर से वेजाइनल ओपनिंग को चारों तरफ से घेरे रहती है। यह योनि का बाहरी हिस्सा है और बिल्कुल योनि की संरचना के जैसी ही दिखती है। यह लचीली और कमजोर होती है। जब इसके ऊपर किसी तरह का दबाव पड़ता है तो यह टूट जाती है। आमतौर पर पहली बार सेक्स करने के दौरान यह झिल्ली टूटती है।
वर्जिनिटी पिल्स कितनी सुरक्षित है
वर्जिनिटी पिल्स, वर्जिन कैप्सूल या आर्टिफिशियल हाइमन पिल्स को बनाने में उन्हीं नैचुरल प्रोडक्ट्स का यूज किया जाता है जो योनि को टाइट रखने वाली गोलियों को बनाने में उपयोग में लाए जाते हैं। ये सभी प्रोडक्ट नैचुरल और सेफ होते हैं और वेजाइनल हेल्थ पर इनका कोई खराब असर नहीं पड़ता है।
वर्जिनिटी पिल्स या ब्लड कैप्सूल किन चीजों से बनता है
वर्जिनिटी पिल्स प्राकृतिक सामग्रियों से तैयार की जाती है। इसमें जड़ी बूटियों के रस और अर्क मिले होते हैं। ये जड़ी बूटियां एशिया में हजारों सालों से आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में इस्तेमाल की जाती है। वर्जिनिटी पिल्स में कुछ चाइनीज जड़ी बूटियों का भी इस्तेमाल किया जाता है जो नैचुरल होती हैं और इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। वर्जिनिटी कैप्सूल या आर्टिफिशियल हाइमन पिल्स को बनाने में ये चीजें इस्तेमाल की जाती हैं।
- टरमेरिक ऑयल (Turmeric oil)
- प्रोपोलिस (एक प्रकार का पौधा)
- एलोवेरा
- केसर (Saffron)
वर्जिनिटी पिल्स या ब्लड कैप्सूल का इस्तेमाल कैसे करें
वर्जिनिटी पिल्स का इस्तेमाल सेक्स करने से 45 से 60 मिनट पहले करना चाहिए। इतने समय में वर्जिनिटी कैप्सूल बॉडी हीट और वेजाइना की नमी के कारण योनि के अंदर पिघल जाता है और एक नकली परत तैयार करता है जो फेक हाइमन होता है। इसकी वजह से योनि टाइट हो जाती है और इंटरकोर्स के दौरान जब हाइमन टूटता है तब इसमें से खून निकलता है। वास्तव में योनि के अंदर बहुत अधिक मात्रा में तरल पदार्थ होता है जो वर्जिनिटी कैप्सूल को पिघला देता है और आपको अपने काम में सफलता मिल जाती है। आइये जानते हैं वर्जिनिटी पिल्स यूज करने का सही तरीका क्या है।
- वर्जिनिटी पिल्स को वेजाइना में इंसर्ट करने से पहले अपने हाथ को अच्छी तरह से साफ कर लें।
- पीठ के बल बिस्तर पर लेट जाएं और अपने घुटनों को झुकाएं और दोनों पैरों के बीच कुछ दूरी बनाए रखें।
- अपनी वेजाइना को खोलें और अपनी उंगली की सहायता से पिल्स को योनि के अंदर डालें।
- अपनी योनि के अंदर 7 सेंमी या 2.75 इंच गहरायी तक वर्जिनिटी पिल्स को धीरे धीरे इंसर्ट करें।
- वेजाइना के अंदर वर्जिनिटी पिल्स 45 मिनट के अंदर डिसॉल्व हो जाएगी और काम करना शुरू कर देगी।
इसके बाद आप टेंशनफ्री होकर इंटरकोर्स कर सकती हैं। हालांकि आपको ये पूरी तैयारी बहुत सावधानीपूर्वक करनी चाहिए।
वर्जिनिटी ब्लड कैप्सूल कौन कौन से हैं
दुनियाभर में कई कंपनियों ने वर्जिनिटी पिल्स तैयार किए हैं। सबकी कीमत अलग अलग है। अपनी सुविधा और किफायत के अनुसार इनका इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि आमेजन वेबसाइट पर आई-वर्जिन – ब्लड फॉर द फर्स्ट नाइट नामक वर्जिनिटी पिल्स की कीमत 3,600 रुपए है। इसी प्रकार सभी गोलियों की कीमत अलग अलग है। कुछ मुख्य वर्जिनिटी पिल्स के नाम ये हैं।
- आर्टिफिशियल हाइमन पिल्स (artificial hymen pills)
- वर्जिनिटी पिल्स (virginity pills)
- आई-वर्जिन – ब्लड फॉर द फर्स्ट नाइट(i-virgin – Blood for the first night)
- वर्जिनिया केयर ब्लड कैप्सूल 12 एच (VIRGINIACARE BLOOD CAPSULES 12H)
- रेविटेलाइज 100 (Revitalize 100)
वर्जिनिटी की फीलिंग को अधिक बढ़ाने के लिए 1 या 2 हफ्ते पहले ही रेविटेलाइज 100 (Revitalize 100) नामक वर्जिनिटी कैप्सूल का यूज करना चाहिए। यह योनि के द्वार को टाइट कर देता है और ऐसा लगता है जैसे आप पहली बार सेक्स कर रही हैं। योनि टाइट होने के कारण पार्टनर को भी मजा आता है।
यदि आप सिर्फ कुछ टाइम के लिए ही अपनी योनि में आर्टिफिशियल हाइमन चाहती हैं तो आपको वर्जिनिया केयर एडवांस (Virginia Care Advanced) नाम की पिल्स यूज करनी चाहिए। इसे वेजाइना में 30 मिनट से 2 घंटे पहले इंसर्ट करना चाहिए।
वर्जिनिटी कैप्सूल के फायदे
वर्जिनिटी की चिंता से राहत- वर्जिनिटी पिल्स का सबसे बड़ा फायदा यह है कि पहली बार सेक्स करते समय आपको अपनी वर्जिनिटी को लेकर चिंता नहीं होती है। इस पिल्स को वेजाइना के अंदर डालने से फेक हाइमन क्रिएट होता है जो सेक्स के दौरान नैचुरल हाइमन की तरह ही टूटता है और चादर पर खून लग जाता है।
सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ाने में वर्जिनिटी पिल्स के फायदे
वर्जिनिटी या ब्लड कैप्सूल का फायदा यह होता है कि आप सुहागरात के दिन सेल्फ कॉन्फिडेंट रहती हैं और आपको यह डर नहीं रहता है कि आपका पति आपकी वर्जिनिटी पर शक करेगा। चाहे शादी हो या कोई और इवेंट आपको वर्जिनिटी पिल्स कुछ समय पहले ही अपनी वेजाइना में इंसर्ट कर लेनी चाहिए। इससे आप इंटीमेट होते समय कंफर्टेबल रहेंगी और आपका पार्टनर भी नोटिस नहीं कर पाएगा।
लाइफ सेवर माना जाता है वर्जिनिटी पिल्स को
वर्जिनिटी पिल्स का फायदा दुनियाभर की महिलाएं ले रही हैं और यह पिल्स उनके लिए लाइफ सेवर से कम नहीं है। वर्जिनिटी कैप्सूल बहुत सी महिलाओं को समाज में शर्मिंदा होने से बचाती है और वे अपनी वर्जिनिटी का सबूत अपने ससुराल और पति के सामने दे सकती हैं और अपनी शादीशुदा लाइफ को खराब होने से बचा सकती हैं।
वेजाइना को टाइट करने के लिए वर्जिनिटी ब्लड कैप्सूल के फायदे
जिन महिलाओं का हाइमन पहले से ही टूट चुका है उनको अपना हाइमन दोबारा से पाने का सिर्फ एक तरीका सर्जरी है। लेकिन वर्जिनिटी पिल्स का इस्तेमाल करने से आर्टिफिशियल हाइमन बन जाता है और सर्जरी कराने की कोई जरूरत नहीं पड़ती है। ना तो स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जाना पड़ता है और ना ही कोई ऑपरेशन कराना पड़ता है।
वर्जिनिटी कैप्सूल का यूज करते समय क्या सावधानियां बरतें
- वर्जिनिटी पिल्स को ओरली नहीं लेना चाहिए।
- जब आप वर्जिनिटी पिल्स का इस्तेमाल करती हैं तो आपको टैम्पोन यूज नहीं करना चाहिए।
- यदि आपकी योनि में दर्द है या आपको बुखार है तो वर्जिनिटी पिल्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- यदि आपको जड़ी बूटियों या नैचुरल सामग्रियों से एलर्जी हो तो आपको वर्जिनिटी पिल्स का यूज नहीं करना चाहिए।
- अगर आप प्रेगनेंट हैं, पीरियड शुरु हो या फिर योनि में इंफेक्शन हो तो आपको वर्जिनिटी पिल्स का यूज नहीं करना चाहिए।
- वर्जिनिटी पिल्स सिर्फ वेजाइनल यूज के लिए होती है इसे मूत्रमार्ग (urethra) में नहीं डालना चाहिए।
- वर्जिनिटी कैप्सूल योनि से जुड़ी किसी बीमारी का इलाज नहीं है।
- इस कैप्सूल या पिल्स को बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
- वर्जिन पिल्स को ड्राई और कूल प्लेस पर स्टोर करके रखना चाहिए।